ये है केरल के कोच्चि शहर में रहने वाली ७२ साल की वो महिला जो वैसे तो हम सबकी दादी लगती है पर नाम है ड्राइवर अम्मा। मतलब राधामनि अम्मा। इनके नाम में है ७० प्लस की उम्र में मैक्सिमम नंबर ऑफ लाइसेंस का २०२१ इंडिया बुक रिकॉर्ड और इंस्पिरेशनल पर्सनालिटी ऑफ द ईयर २०२२ का येल्लो डॉट अवॉर्ड। राधामनि अम्मा बहुत सारे वेहिकल्स चलाती है । बस, लॉरी, ट्रेलर, रोडरोलर, ट्रैक्टर, जेसीबी, क्रेन, फोर्कलिफ्ट जैसे गाड़िया शामिल है ।
राधामणि अम्मा ने लाइसेंस कब लिया ?
राधामणि अम्मा ने पहली बार ड्राइविंग तब शुरू की थी जब वह 30 साल की थीं। दादी ने पहला वाहन चलाना सीखा वह एक कार था। दादी ने सबसे पहले फोर व्हीलर का लाइसेंस लिया। १९८१ में तीन साल बाद बस और लॉरी दोनों का लाइसेंस लिया। राधामणि अम्मा ने थोप्पुम्पडी से चेरथला तक बस भी चलाई थी। उसके बाद टू व्हीलर, थ्री व्हीलर का लाइसेंस लिया। फिर २०१४ में बाकी इक्विपमेंट उठाने वाले हैवी व्हीकल्स का लाइसेंस लिया।
नाम | J. Radhamani |
उम्र | ७२ साल
|
अवार्ड | इंस्पिरेशनल पर्सनालिटी ऑफ़ दी ईयर २०२२ |
· एक मात्र भारत की एसी महिला जिसके पास ७२ साल के उम्र में ११ लाइसेंस है और चलाती है हैवी गाड़िया ।
· २००४ साल से A2Z ड्राइविंग स्कूल चलरही है। |
दादी चलाती है ड्राइविंग स्कूल
१९७८ में अम्मा के हसबैंड ने A2Z ड्राइविंग स्कूल शुरू किया और उन्हें ड्राइविंग सीखने के लिए एनकरेज किया। पर २००४ में उनके हसबेंड की डेथ के बाद जब ड्राइविंग स्कूल पर खतरे के बादल मंडराए तो यह अम्मा का जस्बा ही था जिसने स्कूल की नीव को डगमगाने नहीं दिया। अम्मा ने न सिर्फ तेन सेंटर्स का एडमिनिस्ट्रेशन संभाला बल्कि स्टूडेंट्स को ड्राइविंग, सेफ्टी अवेयरनेस, रोड साइंस और रोड एटिकेट की थ्योरी और प्रैक्टिकल नॉलेज पर एजुकेट भी किया। और यही बात इन्हें एक लिविंग लेजेंड बनाती है। राधामणि अम्मा ने साबित कर दिया है की कोई भी हो, प्रोफेशन इंडिया की महिलाओं का गजब ही टशन।